सच

धर्म के ठेकेदारों तुम ही बताओ मुसलमान से कोई नफरत करे भी तो किस वजह से??


छत्रपति शिवाजी महाराज की सेना में 30% से ज़्यादा मुसलमान थे।


शिवाजी के 13 बॉडीगार्ड मुसलमान थे....


शिवाजी के तोपखाने का प्रमुख इब्राहिम खान नाम का मुसलमान था।


शिवाजी का एक ही वकील था जिसका नाम क़ाज़ी था वो भी मुसलमान था।


शिवाजी के गुरु का नाम सूफी याकूब बाबा था।


शिवाजी के थल सेना प्रमुख का नाम नूर खान था।


अफ़ज़ल खान को मारने के लिए शिवाजी को वो हथियार बना कर देने वाला सिद्धि हिलाल मुसलमान ही था।


अफ़ज़ल खान के आने की खबर देने वाला रुस्तम ए ज़मान मुसलमान था।
इतिहास में कही भी नहीं है कि शिवाजी के सेना के किसी मुसलमान ने शिवाजी को धोखा दिया हो।
शिवाजी ने रायगढ़ में अपने किले के सामने मुस्लिमों के लिए मस्जिद बनाई जो आज भी मौजूद है।


जबकी_____ 


शिवाजी पर हमला करने वाला कृष्णा भास्कर कुलकर्णी  ब्राह्मण था।
ब्राह्मणों ने शिवाजी के राज्याभिषेक को नकारा था।


शिवाजी के बेटे संभाजी की हत्या कर के उनके शरीर के टुकड़े करने वाले ब्राम्हण ही थे।


शास्त्रों के हिसाब से शुद्र का शिक्षा प्राप्त करना अधर्म था अगर कोई शुद्र शिक्षा प्राप्त करले तो उसे मृत्यु दंड दिया जाता था।


ज्योतिबा फुले ने शूद्रों की शिक्षा की ज़िम्मेदारी उठाई और स्कूल शुरू करने के लिए आगे बढ़े ब्राह्मणों ने खूब विरोध किया पर एक मुस्लिम जिसका नाम उस्मान शेख था उसने स्कूल के लिए जगह दी।


ज्योतिबा फुले जब स्त्री शिक्षा की ज़िम्मेदारी लेकर निकली उस वक़्त भी ब्राह्मणों ने खूब विरोध किया, यहाँ तक कि ज्योतिबा फूले पर पत्थर और गोबर बरसाए गए ब्राम्हणों द्वारा पर उस वक़्त भी उनके साथ कदम से कदम मिला कर चलने वाली फ़ातेमा शेख भी मुस्लिम ही थी।


ब्राम्हणों के विरोध के बावजूद डॉ भीमराव अंबेडकर को संविधान हाल तक पहुँचाने वाले भी मुसलमान ही थे।


धर्म के ठेकेदारों अब तुम्हीं बताओ इंसानियत के साथ कदम से कदम मिला कर चलने वाले इन मुसलमान से कैसे कोई नफरत करे....


इस्लाम इंसानियत का मजहब है....सच्चाई हर एक इंसान तक पहुंचनी चाहिए....इसलिए इस पोस्ट को हर ग्रुप में ज़रूर शेयर करें..अपने टाइम लाइन पर लगाएं....