कम्पनी एक्ट भारत के संविधान पर पहला कुठाराघात था

🙏मेरे प्रिय भारत के मूल निवासियों आपको मालूम है कि बाबा साहब डॉ भीम राव अम्बेडकर जी ने अपने अनुभव की कलम से लिखा हुआ दिनाँक 26-01-1950 को भारत देश की व्यवस्था के लिए एक महान ग्रन्थ भारत का संविधान विशेष परिस्थितियों के बावजूद लागू करवाया जोकि विश्व में एक मिसाल है । बाबा साहब डॉ भीम राव अम्बेडकर जी के अनुभव को देखते हुए उन्हें भारत का प्रथम प्रधानमंत्री होना चाहिए था परन्तु परिस्थितियों वश ऐसा नहीं हो सका । बाबा साहब डॉ भीम राव अम्बेडकर जी का दिनाँक 06-12-1956 को परिनिर्वाण होने के तुरन्त 15 दिन बाद भारत के संविधान में संशोधन किया गया गया । उस समय की वर्तमान सरकार काँग्रेस के प्रधानमंत्री पण्डित जवाहर लाल नेहरू ने कम्पनी एक्ट का भारत के संविधान में संशोधन कर दिया । कम्पनी एक्ट भारत के संविधान पर पहला कुठाराघात था । इस संशोधन के पश्चात एक के बाद एक भारतीय मूलवासियों के लिए हानिकारक संशोधन होते रहे । सन् उन्नीस सौ इकसठ में अति महत्वपूर्ण संशोधन हुआ यह संशोधन सरकारी विभागों में आरक्षण समाप्त करने का घोर षडयंत्र था । जोकि अब तक बैकलोक के रूप में चलता आ रहा है । Obc,Sc,St के 85% बहुजनों का लगभग 80% भाग सामान्य जाति के लोग लाभ उठा रहे हैं । यह लाभ उनको बहुजनों में फैला हुआ अन्धविश्वास दे रहा है ।